क्या समझाऊं मैं दिल को उनके इनकार ना इनकार के आलम में, बेमकसद टकराती मौजों की तरह मोहब्बत अपनी लगती है. Kya Samjhaun Main Dil Ko Unake Inakar Na Inakar Ke Aalam Men, Bemakasad Takrati Maujon …
Mohabbat Wo Lakir Hai मिलती नहीं जो सब के हाथों में, मोहब्बत वो लकीर है हथेली की। Milti Nahin Jo Sab Ke Hathon Men, Mohabbat Wo Lakir Hai Hatheli Ki। Mohabbat Shayari मर जाओगे मौत से पह…
Mohabbat Shayari Daure-Mohabbat Men Aj Bhi शिकवे गिलों का वो ही है असर दौरे-मौहब्बत में आज भी, बड़ी होती है उन्हें देखने की चाह मौहब्बत में आज भी, मिलती है शिकस्त जितनी जिन्दगी से ठोकरे जि…
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