क्या समझाऊं मैं दिल को उनके
इनकार ना इनकार के आलम में,
बेमकसद टकराती मौजों की
तरह मोहब्बत अपनी लगती है.
Kya Samjhaun Main Dil Ko Unake
Inakar Na Inakar Ke Aalam Men,
Bemakasad Takrati Maujon Ki
Tarah Mohabbat Apni Lagati Hai.
Mohabbat Shayari |
मुझे तो जीते जी मरने का
एहसास मोहब्बत करा गई,
वरना रहा ना जो शीशे के
मकां में वो कब्र में रह जाता.
Mujhe To Jite Ji Marne Ka
Ahasas Mohabbat Kara Gayi,
Warna Raha Na Jo Shishe Ke
Makan Men Wo Kabr Men Rah Jata.
प्यार करना आता है उन्हें, जिनका टूट जाता है
घमंड और फिर फरेब,
हार के जीत ली जाए गर हारी,
बाजी तो मोहब्बत किसे ना भाए.
Pyar Karna Aata Hai Unahen, Jinka Tut Jata Hai,
Ghamand Aur Fir Fareb,
Har Ke Jeet Li Jaye Gar Hari,
Baji To Mohabbat Kise Na Bhaye.
हम भी कोई हसरत लिए बैठ
गए छोड़ आए अधूरा सफर,
मोहब्बत तो तुझे भी थी फिर
भी नजर न आई मेरी जुस्तजू.
Hum Bhi Koi Hasrat Liye Baith
Gaye Chod Aaye Adhura Safar,
Mohabbat To Tujhe Bhi Thi Fir
Bhi Najar Na Aayi Meri Justaju.
काबिल पैमाने आईने थे पल दो पल जीके टूटने को,
इस मोहब्बत ने कर दिया काबिल धड़कते दिल को टूटने को.
Kabile Paimane AaEne The Pal Do Pal Jike Tutne Ko,
Is Mohabbat Ne Kar Diya Kabil Dhadkate Dil Ko Tutne Ko.
Read more
बन के बेवफा मिली
उसकी पहचान अब मेरे नाम से
हैरत हुई उन्हें देख दर पे