Tanhai Shayari 

Khwwab Tere Ho Jaye

तन्हाईया मिटाकर जान पहचान हो जाए,
फासले मिटाकर दो जिस्म इक जान हो जाएं,
तसव्वुरो मे तो जद्दोजहद मेरी ही ठहरी,
लब कुछ कहे जो ख्वाब तेरे हो जाए।
Tanhaiya Mitakar Jan Pahchan Ho Jaye,
Fasale Mitakar Do Jism Ik Jan Ho Jayen,
Tasawwur Me To Jaddojahad Meri Hi Thahari,
Lab Kuch Kahe Jo Khwwab Tere Ho Jaye।

अपनी मुलाकात का लम्हा-लम्हा
मेरी हसरतों से गुजर जाने दे,
कही बन जाए न कोई वजह
इंतजार की हमें फिर तड़पाने को।
Apni Mulakat Ka Lamha-Lamha
Meri Hasraton Se Gujar Jane De,
Kahi Ban Jaye Na Koi  Wajah
Intajar Ki Humen Fir Tadpane Ko।
Tanhai Shayari 

तेरे ख्याल अब कबीले-ख्यालों
को भी जगह नहीं देते,
गर कबीले-ख्याल ही होते
तो दुनिया हरस हंसी थी।
Tere Khyal Ab Kabile-Khyalon
Ko Bhi Jagah Nahin Dete,
Gar Kabile-Khyal Hi Hote
To Duniya Haras Hansi Thi।

न जाते देखा जो तुझे तो
तेरे न जाने का एहसास है,
वो न मिले दिलों का इक रोज
मिलने का कारवां रुका नही।
Na Jate Dekha Jo Tujhe To
Tere Na Jane Ka Aihasas Hai,
Wo Na Mile Dilon Ka Ik Roj
Milne Ka Karawan Ruka Nahi।

Darmiya Fasale Hi Paoge

हसरतों की चाह में न कर
हमें अपना समझने की भूल,
बाहों में भी कैद कर दरमिया
फासले ही पाओगे।
Hasraton Ki Chah Men Na Kar
Humen Apna Samjhne Ki Bhul,
Bahon Men Bhi Kaid Kar Darmiya
Fasale Hi Paoge।

मिटता नहीं तेरी जुल्फों का अंधेरा
यूं तो आफताब है सब,
कजा बनी है रुख पे ये जुल्फ
हीफाजत को नकाब है कब।
Mitata Nahin Teri Julfon Ka Andhera
Yun To Aafatab Hai Sab,
Kaja Bani Hai Rukh Pe Ye Julf
Hifajat Ko Nakab Hai Kab।

Fir Tanha-Tanha Sa 

कोई सहारा न होते हुए बड़ी मुश्किल
से हुआ हूं मैं अपने दिल का,
गर अब हो गया ये दिल किसी का
तो रह जाऊंगा फिर तन्हा-तन्हा सा।
Koi Sahara Na Hote Huye Badi Mushkil
Se Huaa Hun Main Apne Dil Ka,
Gar Ab Ho Gaya Ye Dil Kisi Ka
To Rah Jaunga Fir Tanha-Tanha Sa।

दिलों जिगर के जख्म
वाह हम अकेले