Ubharati Tamanna Jo Daba Li
मुर्झा-सा गया दिल का चमनउभरती तमन्ना जो दबा ली,
जाने कब आग लग जाए
कोई चिंगारी दबा ली।
Murjha-Sa Gaya Dil Ka Chaman
Ubharati Tamanna Jo Daba Li,
Jane Kab Aag Lag Jaye
Koi Chingari Daba Li।
Sab Ki Tamanna
सब की तमन्ना आरजू हसरततुझे पाने की ही आस में रही,
किसको न रही तेरी जुस्तजू
जब तक ये सांसें सांस में रही।
Sab Ki Tamanna Aarjoo Hasrat
Tujhe Pane Ki Hi Aas Men Rahi,
Kisko Na Rahi Teri Justaju
Jab Tak Ye Sansen Sans Men Rahi
तमन्ना शायरी |
बैठ जाओ रूठकर दूर गर ये ही है तमन्ना,
वो क्या करे जिसकी तुम खुद इक तमन्ना हो।
Baith Jao Ruthkar Dur Gar Ye Hi hai Tamanna,
Wo Kya Kare Jiski Tum Khud Ik Tamanna Ho।
दिल माँग रहा था तमन्ना की
भीख हम दे न सके,
जो दी उनका सैलाब आंखों में उतरते देखा।
Dil Mang Raha Tha Tamanna Ki
Bhikh Hum De Na Sake,
Jo Di Unka Sailab Ankhon Men Utarte Dekha।
Tamanna Tumhari
हमे जिन्दा रखें है जो वो सांसेंतमन्ना तुम्हारी कर बैठी,
अपना क्या कुछ है इस जहां में
ये वक़्त से पहले देख लिया।
Hume Jinda Rakhen Hai Jo Wo Sansen
Tamanna Tumhari Kar Baithi,
Apna Kya Kuch Hai Is Jahan Men
Ye Waqt Se Pahle Dekh Liya।
यूं तो ये जगह ठहर जाने की नही,
मगर तमन्ना भी अब कही जाने की नही।
Yun To Ye Jagah Thahar Jane Ki Nahi,
Magar Tamanna Bhi Ab Kahi Jane Ki Nahi।
हर रोज उनकी हसरतों के
हम पे होते है ये सितम,
करते है वो जो तमन्ना तो
अदा हो जाती है रूठने की।
Har Roj Unaki Hasraton Ke
Hum Pe Hote Hai Ye Sitam,
Karte Hai Wo Jo Tamanna To
Ada Ho Jati Hai Ruthane Ki।
हालात होते हैं तो तमन्ना
नहीं होती दिल की,
रुके से ये कारवां मुकम्मल
हो भी तो कैसे ।
Halat Hote Hain To Tamanna
Nahin Hoti Dil Ki,
Ruke Se Ye Karawna Mukammal
Ho Bhi To Kaise।
वक़्त के महरम से भी वो जख्म न भरे,
बुझते-बुझते अरमां भी रह गए धुंआ,
चल जिस राह को ठोकरों पे संभल,
हर कहीं है तमन्ना हर कहीं इम्तिहान।
Waqt Ke Mahram Se Bhi Wo Jakhm Na Bhare,
Bujhte-Bujhte Arman Bhi Rah Gaye Dhunaa,
Chal Jis Rah Ko Thokaron Pe Sambhal,
Har Kahin Hai Tamanna Har Kahin Imtihan।
Har Uthe Kadam Pe Tamanna
वो मुझसा इरादा करले तो पहुंच उस दर जाए,उस वक़्त भले जिंदगी रुसवाई के दरमियान सही,
हर उठे कदम पे तमन्ना होती है मिट जाने की,
मेरे होने का दुनिया में ये इम्तिहान सही।
Wo Mujhsa Irada Karle To Pahunch Us Dar Jaye,
Us Waqt Bhale Jindgi Rusawai Ke Darmiyan Sahi,
Har Uthe Kadam Pe Tamanna Hoti Hai Mit Jane Ki,
Mere Hone Ka Duniya Men Ye Imtihan Sahi।
मोहब्बत वो लकीर है
दिल टूटते ही मर चुका था मैं