कभी तुम्हारी याद अति

कभी तुम्हारे याद अति है, कभी तुम्हारे ख्वाब आते है, 
मुझे सताने के तरीके तो तुम्हे बेहिसाब आते है.
Kbhi Tumhare Yad Ati Hai, Kbhi Tumhare Khwaab Ate Hai,
Mujhe Satane Ke Tarike To Tumhe Behisab Ate Hai. 
Yaad Shayari 

मैं खंडहर हो गया पर तुम न मेरी याद से  निकले, 
तुम्हारे नाम के पत्थर मेरी बुनियाद से निकले! 
Main Khandahar Ho Gaya Pr Tum Na Mere Yad Se Nikle,
Tumhare Name Ke Patthar Meri Buniyad Se Nikale!

जरूरत के हिसाब से.. 

मैं याद तो हुँ उसे को मगर जरूरत के हिसाब से,
लगत है मेरी हैसियत नमक जैसी है! 
Main Yad To Hun Use Magar Jarurat Ke Hisab Se,
Lagta Hai Meri Haisiyat Namak Jaisi Hai!